फर्स्ट इंप्रेशन इज़ द लास्ट इंप्रेशन |
कहा भी गया है फर्स्ट इंप्रेशन इज़ द लास्ट इंप्रेशन'।
शिष्टाचार' हमारे लिए ऐसी महत्वपूर्ण एवं जानकारीप्रद शिक्षा है, जो हमको सभ्य और शिष्ट आचरण का सही मार्गदर्शन देती है।
शिष्टाचार के नियम |
* ध्यान रखें -
* परिचय करते/ करवाते समय आत्मविश्वास से भरपूर रहें। न ही व्यग्र हों, न ही घबराएं।
* बोलने में गलती न करें।
मुलाकात की भिन्नताओं के अनुसार परिचय अनेक प्रकार का हो
सकता है-
सामान्य परिचयः परिचित होने वाले दोनों व्यक्तियों में से, जो खास हो, उसका परिचय अंत में दें- पुरुष का परिचय महिला से करवाया जाएगा।
* नौजवान का परिचय बुजुर्ग से कराया जाएगा।
* अविवाहित का परिचय विवाहित महिला से कराया जाएगा।
* जूनियर का परिचय सीनियर व्यक्तियों से कराया जाएगा।
* मेजबान का परिचय मेहमान से ही करवानी चाहिए।
और पढ़े - दैनिक जीवन में शिष्टाचार का महत्व।
* क्या करें, क्या न करें
जब कहीं अभिवादन के लिए उठना हो, याद रखें ये ऐटीकेट्स-
शिष्टाचार के नियम |
* सामान्यत: एक महिला अभिवादन के लिए खड़ी नहीं होती, जब तक कि कोई उच्चाधिकारी, धर्मगुरु बुजुर्ग सामने न हो।
* किसी बड़े आयोजन में पुरुष को हर उस स्थिति में खड़ा होना चाहिए, जब महिला बात करने आए। पुरुष को तब तक खड़े रहना है, जब तक कि महिला बैठ न जाए या चली न जाए।
* मेजबान के लिए यह जरूरी है कि प्रत्येक मेहमान के आने पर वह खड़ा हो, साथ ही स्नेहपूर्ण उससे मिले।
* इसी प्रकार पुरुष केवल पहली बार ही अभिवादन के
लिए खड़ा होगा। यदि महिला उच्चाधिकारी बार-
सदस्य की तरह बार आए, तो पुरुष को खड़े होने की जरूरत नहीं।
अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो लाईक कमेंट्स और शेयर करना मत भूलिए।
और इस तरह की जानकारी सबसे पहले अपने पास पाने के लिए आप हमें फॉलो कर सकते हैं।
धन्यवाद् ।
0 टिप्पणियाँ