Navigation-Menus (Do Not Edit Here!)

Header Ads

अगर किसी को फर्स्ट इंप्रेशन में ही आकर्षित करना हो तो जरूर अपनाएं अभिवादन करने का ये सलीका।

नमस्कार दोस्तों।

आज हम आपको बताने वाले हैं  कैसे आप  अपने जीवन में किसी भी पल किसी को फर्स्ट इंप्रेशन में ही  आकर्षित ( प्रभावित ) करना चाहते हैं तो जरूर अपनाएं ये सलीका अभिवादन करने का।
Online Hindi Zone
अगर किसी को फर्स्ट इंप्रेशन में ही आकर्षित करना हो तो जरूर अपनाएं अभिवादन करने का ये सलीका।

मिलने, बात शुरू करने और परिचय बढ़ाने का शुरुआती तरीका है। अभिवादन। उम्र और संबंधों के अनुसार इसका सलीका बदल जाता है। 

जानें अभिवादन का सही तरीका-

* जब भी किसी से मिलें, आपके होंठों पर हल्की-सी मुस्कान जरूर हो, क्योंकि मुस्कुराहट से आप गैरों को भी अपना बना सकते हैं। याद रखें मुस्कान बनावटी नहीं हो, क्योंकि दिखावे में कभी अपनापन नहीं होता।

* हैलो' अभिवादन का सबसे प्रचलित तरीका है। आप कहीं भी, कभी भी, किसी से भी हैलो कह सकते हैं। इसके लिए समय, उम्र या संबंध का कोई बंधन नहीं होता। इसकी बजाए 'हाय' का प्रयोग भी किया जा सकता है।

* हैलो या हाय के बाद गर्मजोशी से 'आप कैसे हैं? (How are you?) कहा जा सकता है। वैसे
बातचीत शुरू करने का यह सबसे अच्छा तरीका है।

* इसके जवाब में 'बहुत बढ़िया और आप सुनाएं (Fine, thank you, how are you) कहा जाए, तो बेहतर होगा।

*How are you or How do you do भी कहा जा सकता है। इसका जवाब भी आप Fine, thank you कह सकते हैं।



 अभिवादन के समय औपचारिक रूप से महिलाओं को  मैडम और पुरुषों को सर कहकर संबोधित करें।


* आधुनिक दौर में हाथ मिलाकर अभिवादन करने का प्रचलन बहुत बढ़ गया है। हाथ मिलाते समय सामने वाले व्यक्ति के हार्थों को ठीक से पकड़ें और हल्के-से दबाएं। हथेलियों को न बहुत कसकर पकड़ें, न ही एकदम
ढीले ढाले। आपकी पकड़ मजबूत, किंतु आरामदायक होनी चाहिए। इससे दोस्ताना भावनाओं का आदान-प्रदान होता है।


* पुरुष द्वारा महिला से हाथ मिलाते समय मजबूत पकड़ की जरूरत नहीं होती, केवल हल्का स्पर्श पर्याप्त होता है।


* मिलने-बिछुड़ने, बधाई देने, परिचय करने जैसे मौकों पर हाथ मिलाना चाहिए। किसी समूह से मुलाकात होने पर हर व्यक्ति से अलग-अलग हाथ मिलाना जरूरी होता है।

* किसी से विदा लेते वक्त भी गर्मजोशी के साथ अभिवादन किया जाना चाहिए। 'फिर मिलेंगे', 'बाय', 'सी-यू' जैसे आत्मीय और छोटे वाक्यों से मुलाकात को यादगार बनाया जा सकता है। उम्र व संबंधों के अनुसार हाथ मिलाकर, नमस्ते कहकर अथवा पैर छूकर भी विदा ली जा सकती है।


* अभिवादन का भारतीय तरीका विश्व में सबसे अच्छा माना जाता है। दोनों हाथ जोड़कर, सिर झुकाकर मुस्कुराते हुए "नमस्ते' कहने का पारंपरिक तरीका विश्व में अनूठा है।

*भारत में बड़ों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए चरण स्पर्श किए जाते हैं।झुककर दोनों हाथों से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेने की भारतीय परंपरा पुरानी है।शुरू से ही बच्चों को यह सिखाया जाना चाहिए कि आत्मीयजनों के चरण-स्पर्श करें।

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो लाईक कमेंट्स और शेयर करना मत भूलियेगा और इस तरह की जानकारी सबसे पहले अपने पास पाने के लिए आप हमें सब्स्क्राइब कर सकते हैं।

धन्यवाद्।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ